वे कौन से कारक हैं जो नयी स्पीशीश के उद्भव में सहायक हैं?
कारक जो नवीन स्पीशीज के जन्म में सहायक है |
शारीरिक लक्षणों में परिवर्तन |
गुणसूत्रों की संख्या में परिवर्तन |
विभिन्नताएँ जिसमें जनन की क्षमता न हो |
आनुवंशिक विचलन वा प्राक्रतिक वरण |