गिल्लू के अंतिम दिनों का वर्णन किजिए?
जब गिल्लू की जीवन यात्रा का अंत आही गया तब दिन भार उसने कुच खाया और ना बाहर गया। पंजे ठंडे रहे थे। लेखिका ने रात भर जगाकर हीटर जालाय और उष्णता देने का प्रयत्न किया किन्तु प्राभात की प्रथम किरण के साथ ही उसका अंत हो गया।