हिन्दी साहित्य में ख्याति प्राप्त हास्य रस के कवि एवं लेखक बरसाने लाल चतुर्वेदी जी का जन्म 15 अगस्त 1920 को मथुरा, उत्तरप्रदेश में हुआ। आपने ‘हिन्दी साहित्य में हास्यरस’ पर पीएच.डी. तथा ‘आधुनिक काव्य में व्यंग्य’ पर डी.लिट्. की उपाधि प्राप्त की। आपका व्यंग्य ‘हास्य’ के चटखारे लिए रहता है। आपने काव्य, निबंध एवं कैरिकेचर रूपों को व्यंग्य के लिए अपनाया। आपने लेखन का प्रारंभ हास्य से किया परन्तु अनुभव में वृद्धि के साथ-साथ व्यंग्य की मात्रा अधिक होती गई। डॉ. बालेन्दु शेखर तिवारी के शब्दों में – “बरसाने लाल चतुर्वेदी का व्यंग्य लेखन हँसाता है और विसंगतियों के प्रति सचेत भी करता है।”
आपके उल्लेखनीय योगदान के लिए उ.प्र. सरकार, हिन्दी अकादमी आदि संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया गया।
प्रसिद्ध रचनाएँ : ‘भोलाराम पंडित की बैठक’, ‘मिस्टर चोखेलाल’, ‘बुरे फंसे’, ‘मिस्टर खोएखोए’, ‘हास्य निबंध संग्रह’ आदि ।