गिल्लू के कार्य-कलाप के बारे में लिखिए।
वही दो वर्ष गिल्लू का घर रहा । वह स्वयं हिलकर अपने घर में झूलता और अपनी काँच के मनकों-सी आँखों से कमरे के भीतर और खिडकी से बाहर न जाने क्या देखता-समझता रहता था। परन्तु उसकी समझदारी और कार्य-कलाप पर सबको आश्चर्य होता था।