संसार में जितने महान् व्यक्ति हुए, सबै ने सत्य का सहारा लिया है। सत्य का पालन किया है। राजा हरिश्चन्द्र की सत्य निष्ठा विश्व विख्यात है। उन्हें सत्य मार्ग पर चलते अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उनकी कीर्ति आज भी सूरज की रोशनी से कम प्रकाशमान नहीं है। राजा दशरथ ने सत्य वचन निभाने के लिए अपने प्राण त्याग दिए। महात्मा गाँधीजी ने सत्य की शक्ति से ही विदेशी शासन को झकझौर दिया।