विभवमापी द्वारा मापे गये सेल का वि० वा० बल यथार्थ क्यों होता है ?
क्योंकि विभवमापी से पाठ्यांक तब लिया जाता है जब परिपथ में परिणामी धारा शून्य होती है। अर्थात् सेल खुले परिपथ में होती है।