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in Class 12 by kratos

यदि प्राथमिक कुण्डली में बहने वाली 3.0 ऐम्पियर की धारा को 0.001 सेकण्ड में शून्य कर दिया जाए तो द्वितीयक कुण्डली में उत्पन्न प्रेरित वाहक बल 15000 वोल्ट होता है। इन कुण्डलियों का अन्योन्य प्रेरण गुणांक ज्ञात कीजिए।

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by kratos
 
Best answer

दिया है, Δi = (0 - 3.0) ऐम्पियर, Δt = 0.001 सेकण्ड

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