संकलित पदों को ध्यान में रखते हुए सूर के भ्रमरगीत की मुख्य विशेषताएँ बताइए?
सूरदास के पदों के आधार पर भ्रमरगीत की कुछ विशेषताएँ निम्नलिखित हैं
सूरदास के भ्रमरगीत में विरह व्यथा का मार्मिक वर्णन है।
इस गीत में सगुण ब्रह्म की सराहना है।
इसमें गोपियों के माध्यम से उपालंभ, वाक्पटुता, व्यंग्यात्मकता का भाव मुखरित हुआ है।
गोपियों का कृष्ण के प्रति एकनिष्ठ प्रेम का प्रदर्शन है।
उद्धव के ज्ञान पर गोपियों के वाक्चातुर्य और प्रेम की विजय का चित्रण है।
पदों में गेयता और संगीतात्मकता का गुण है।