सुषिर वाद्यों से अभिप्राय उन वाद्यों से है जिनमें सूराख होते हैं और जिनमें फेंक मारकर बजाया जाता है। शहनाई, बाँसुरी, श्रृंगी आदि सुषिर वाद्य के अंतर्गत आते हैं। इन सुषिर वाद्यों में शहनाई सबसे सुरीली और कर्ण प्रिय आवाज वाली होती है, इसलिए उसे ‘सुषिर वाद्यों में शाह की उपाधि दी गई।