+3 votes
in Class 12 by kratos

किसी नैज अर्द्धचालक में ऊर्जा अन्तराल Eg का मान 1.2 eV है। इसकी होल गतिशीलता इलेक्ट्रॉन गतिशीलता की तुलना में काफी कम है तथा ताप पर निर्भर नहीं है। इसकी 600 K तथा 300 K पर चालकताओं का क्या अनुपात है? यह मानिए की नैज वाहक सान्द्रता n की ताप निर्भरता इस प्रकार व्यक्त होती है

जहाँ n0 एक स्थिरांक है।

1 Answer

+1 vote
by kratos
 
Best answer

नैज अर्द्धचालक को ऊर्जा अन्तराल E = 1.2 eV

तथा परमताप T1 = 600K व T2 = 300K

माना उक्त तापों पर अर्द्धचालक की चालकताएँ क्रमशः σ1 वे σ2

अर्द्धचालक की चालकता निम्नलिखित सूत्र द्वारा प्राप्त होती है

σ = [neμe + nhμh}]

जहाँ μe तथा μh क्रमशः इलेक्ट्रॉनों तथा होलों की गतिशीलताएँ हैं।

...