श्रीकंठ सिंह बेनीमाधव सिंह के बड़े लड़के थे। वैद्यक ग्रंथों पर उनका विशेष प्रेम था। प्राचीन हिंदू सभ्यता का गुणगान उनकी धार्मिकता का प्रधान अंग था। संयुक्त परिवार को वे पसंद करते थे। अंग्रेजी पढ़े होने के बावजूद भी वे अंग्रेजी सामाजिक प्रथाओं के विशेष प्रेमी नहीं थे। दशहरा के उत्सव में वे बड़े उत्साह से भाग लेते थे।