भारत की भावी शासन प्रणाली और संविधान के बारे में रूप-रेखा तय करने के लिए ब्रिटिश … सम्राट में एक गोलमेज सम्मेलन लंडन में आयोजित किया। इस सम्मेलन में डॉ. अम्बेडकर जी ने अपने प्रभावशाली भाषण में अछूतों के उद्धार के लिए, उनके सुधार के लिए निर्भयता से अपने विचार रखे। उन्होने सिंह गर्जना करते हुए कहा “जब हम अपनी वर्तमान स्थिति और ब्रिटिश शासन से पहले की स्थिति की तुलना करते हैं, तो हम पाते हैं कि हम उन्नति करने की बजाय व्यर्थ में अपना समय बर्बाद कर रहे हैं।’