दिल के दौरे के तात्कालिक निदान में ई.सी.जी. और खास तरह का ब्लड टेस्ट किया जाता है। रोगी का न्यूक्लियर स्कैन से भी पता लगाया जाता है कि दिल का कितना हिस्सा दौरे की चपेट में बेकार हुआ है। इसे मूगा टेस्ट कहते हैं।
एनजाइना रोग में भी ई.सी.जी. महत्वपूर्ण है। ट्रेडमिल नामक टेस्ट भी होता है। कुछ रोगियों में ‘हाल्टर’ जाँच के अन्तर्गत रोगी का 24 से 72 घंटे तक ई.सी.जी. ली जाती है। ‘कोरोनरी एंजियोग्राफी’ से भी इस रोग का निदान किया जाता है।