ससंदर्भ स्पष्टीकरण कीजिए :
“हृदय ही शरीर का वह महत्वपूर्ण अंग है जो शरीर के समस्त भागों को जीवनदायी रक्त को पंप करता है|”
प्रसंग : प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक ‘साहित्य वैभव’ के ‘दिल का दौरा और एनजाइना’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके लेखक डॉ. यतीश अग्रवाल हैं।संदर्भ : लेखक शरीर में दिल के महत्वपूर्ण स्थिति के बारे में एवं उसके महत्व के बारे में बता रहे हैं।स्पष्टीकरण : लेखक दिल के महत्त्व के बारे में बताते हुए कह रहे हैं कि यह हमारे संपूर्ण शरीर में जीवनदायी रक्त का संचरण करता है। पूरे शरीर में रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से होता रहे इसके लिए दिल का स्वस्थ रहना निहायत जरूरी है। इसके लिए दिल को दिन-रात कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।