प्रसंग : प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक ‘साहित्य वैभव’ के ‘नालायक’ पाठ से लिया गया है जिसके लेखक विवेकी राय हैं। .
संदर्भ : एक उम्मीदवार दौड़ता हुआ लेखक के पास आया और उसने कहा – लोग कह रहें है कि थर्ड डिवीजनर्स को नहीं लेंगे। हम आन्दोलन करेंगे।
स्पष्टीकरण : सुबह जो उम्मीदवार लेखक के पास आया था, वही दौड़ता हुआ लेखक के पास आया और उसने कहा – कि लोग कहते हैं वे थर्ड डिवीजनर्स को नहीं लेंगे? हम फर्स्ट डिवीजन और सेकेण्ड डिवीजन वालों के खिलाफ आंदोलन करेंगे। वे हमारा हक मार रहे है, यही बालक जो सुबह से सिकुड़ा बैठा था अब वह तनकर जवान की तरह बातें कह रहा है।