नारी को कौन सी बातों का प्रतिदान इस संसार से नहीं मिला है?
कवि कहते हैं- हे नारी! तुम्हारे क्षमा, करूणा, स्नेह एवं सेवाभाव रूपी उपकारों को इस स्वार्थी संसार ने कभी याद नहीं किया। हे नारी! तुम्हारी करूणा, ममता एवं सीधेपन का कोई भी प्रतिदान इस संसार ने नहीं दिया।