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in Class 11 by kratos

श्मशान कहानी का आशय लिखें।

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by kratos
 
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मन्नू भंडारी हिन्दी की प्रसिद्ध लेखिका हैं। इनकी कहानियों में जीवन के विभिन्न पक्षों का सजीव चित्रण मिलता है। ‘श्मशान’ लेखिका की एक व्यंग्य कहानी है, जिसमें मानव की स्वार्थी प्रवृत्ति का चित्रण किया गया है। कहानी में ‘पहाड़ी’ और ‘श्मशान’ – दो जड़ पात्रों को लेकर एक नया प्रयोग किया गया है।

श्मशान वह स्थान है, जहाँ शवों को गाड दिया जाता है अथवा जला दिया जाता है। उस भूमि को कोई देखना नहीं चाहता, परन्तु हर एक को वहाँ एक दिन जाना ही पड़ता है।

श्मशान को चिन्ता हुई कि वह प्रेम-रहित है। वह अपना दुःख पहाड़ी के सम्मुख प्रकट करता है। उसकी बात सुनकर पहाड़ी मुस्कुराती है। इतने में कुछ लोग एक युवती के शव को कंधों पर उठाकर लाए। एक युवक अपनी पत्नी की मृत्यु पर छाती पीटकर रो रहा है। युवती की लाश का दाह-संस्कार होता है। सब भारी मन से घर लौट जाते हैं। तब श्मशान रोते हुए युवक को देखकर सोचता है कि उसे भी किसी को प्यार करना था। वह युवक के प्रेम से प्रभावित होता है। श्मशान सोचता है कि युवक अपनी पत्नी के वियोग में अपनी जान दे देगा, पर ऐसा नहीं हुआ।

तीन साल बीत गए। फिर एक युवती का शव आया। रोती हुई भीड़ के आगे वही युवक, जो तीन साल पहले अपनी पत्नी की लाश के साथ आया था। श्मशान का दिल पिघल गया’ युवक दो पत्नियों को खो चुका था। इस बार युवक का रोना श्मश में गूंजने लगा। श्मशान दुःख न दबा पाया। युवक दाह-संस्कार के बाद घर लौटा। श्मशान सोचता है – अब की बार शीघ्र ही युवक अपनी दूसरी पत्नी के वियोग में जान दे देगा, पर ऐसा नहीं हुआ।

और दो साल बीत गए। उस युवक की तीसरी पत्नी की लाश श्मशान में आयी। युवक के दुःख का न आर था, न पार। श्मशान भी रोने लगा। लाश के अंतिम संस्कार के बाद युवक रोता-चिल्लाता (विलाप करता) घर चला गया।

श्मशान को युवक के आचरण से आश्चर्य हुआ। तीन पत्नियों के मरने के बाद भी वह न मरा। उसका आचरण श्मशान को बड़ा विचित्र लगा। पहाड़ी श्मशान की हालत देखकर हँस पड़ी। वह श्मशान से कहती है – देखो भैया! प्रेम बड़ा विचित्र होता है। युवक अपनी पत्नी की मौत पर दुखी हुआ। मर जाने के लिए भी तैयार हुआ, पर मरा नहीं। वह पत्नी से ज्यादा अपने जीवन से प्रेम करता है। इसलिए वह तीन पत्नियों के मरने के बाद भी जिन्दा रहा।

मनुष्य अपने आप से अधिक प्रेम करता है। कोई भी मानव मौत से प्रेम नहीं करता। प्रत्येक मनुष्य अपने जीवन से प्रेम करता है। पहाड़ी की बात सुनने के बाद श्मशान को शांति मिली।

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