सुजान को सबसे अधिक क्रोध बुलाकी पर था। क्योंकि अपने बेटों को वह कुछ भी कहती नहीं, वह भी उन्हीं का साथ देती। रात-दिन मेहनत करके पसीना बहाया, गर्मी-सर्दी सब-कुछ सहा, पर आज भीख तक देने का अधिकार उसे नहीं। बुलाकी ने उसकी अभी तक कमाई खाई थीं, पर आज उसका ही विरोध कर रही है। अब सुजान को सबसे अधिक क्रोध बुलाकी पर था। क्योंकि अपने बेटों को वह कुछ भी कहती नहीं, वह भी उन्हीं का साथ देती। रात-दिन मेहनत करके पसीना बहाया, गर्मी-सर्दी सब-कुछ सहा, पर आज भीख तक देने का अधिकार उसे नहीं। बुलाकी ने उसकी अभी तक कमाई खाई थीं, पर आज उसका ही विरोध कर रही है। अब