विश्वेश्वरय्या मैसूर राज्य के निवासी थे। उन्हें अपनी मातृभूमि की सेवा करने में आनंद का अनुभव हुआ। वे मैसूर के चीफ़ इंजीनियर के पद पर नियुक्त हुए। इस पद पर उन्होंने तीन वर्षों तक कार्य किया। विश्वेश्वरय्या की कार्यकुशलता एवं शासन पटुता पर महाराज मुग्ध हुए। उन्होंने तीन साल बाद विश्वेश्वरय्या जी को अपना दीवान नियुक्त किया। इस पद पर वे छह साल तक कार्य करते रहे। इन नौ वर्षों की अवधि में विश्वेश्वरय्या ने अपनी योजनाओं पर अमल करके मैसूर राज्य का नक्शा ही बदल डाला।
विश्वेश्वरय्या ने मैसूर राज्य के चीफ़ इंजीनियर के पद पर कितने वर्षों तक कार्य किया?