बड़े साहब के सामने नारद ने वजन के रूप में अपनी वीणा रख दी। बड़े साहब ने फाइल मंगवाई। उन्होंने नाम पूछा, तो नारद ने साहब को बहरा समझकर जोर से कहा – ‘भोलाराम!’ सहसा फाइल से आवाज आई – “कौन पुकार रहा है मुझे? पोस्टमैन है क्या? पेंशन का ऑर्डर आ गया?” नारद को बात समझ में आ गई। बोले – “भोलाराम! तुम क्या भोलाराम के जीव हो?” आवाज आयी – “हाँ!”