परिश्रम के महत्व के प्रति रैदास जी कहते हैं कि संसार के हर मनुष्य को सदा प्रयत्नशील रहना चाहिए। उनके अनुसार श्रम, लगन, निष्ठा व ईमान से किया गया प्रत्येक कार्य श्रेष्ठ व फलदायक होता है। मांगकर खाने की जगह परिश्रम की कमाई पर निर्भर रहना चाहिए। जो मनुष्य मेहनत करेगा, पसीना बहाएगा, उसका परिणाम सदा अच्छा ही होगा। ऐसे नेक कमाई कभी निष्फल नहीं होगी।