निम्नलिखित अनुच्छेद पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
यह कहावत सत्य है कि समय बलवान है, इस पर किसी का वश नहीं चलता। आनेवाले समय में अच्छा-बुरा क्या घट जाए, कोई नहीं जानता। ऐसे अनिश्चित समय के लिए यदि उसके पास कुछ संचित धन है तो उसके काम आ सकता है। कोई भी व्यक्ति दूसरों के सहारे न तो कल रह सका है, न आज रह पा रहा है, न ही भविष्य में रह सकता है। यह कटु सत्य है। मनुष्य का आज का जीवन कई प्रकार की आकस्मिकताओं वाला बन चुका है। अतः उन आकस्मिकताओं का ठीक प्रकार से सामना करने के लिए, प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वह प्रतिदिन जितनी भी हो अधिक-से-अधिक बचत करता रहे। इसी में उसकी भलाई है।
आज की गई एक-एक पैसे की बचत कल का अनंत सुख सिद्ध हो सकती हैं। धन की कमी से सुखपूर्वक तो क्या सामान्य जीवन भी जी पाना कतई संभव नहीं है। मनुष्य के जीवन में हमेशा से धन की आवश्यकता बनी रही है। उसे पूरा करने के लिए बचत करना नितांत आवश्यक है। अतः व्यक्ति अपने सभी तरह के स्रोतों से आज और कल में संतुलन बनाए रखकर ही सुख-चैन से जीवन जी सकता है।
i) कौन सी कहावत सत्य है?
ii) कटु सत्य क्या है?
iii) मनुष्य की भलाई किस में है?
iv) धन की कमी से क्या संभव नहीं है?
v) व्यक्ति सुख-चैन से कब जी सकता है?