+2 votes
in Class 10 by kratos

दक्षिणी शिखार पर चढते समय बिछेद्री के अनुभव के बारे में लिखिए?

1 Answer

+6 votes
by kratos
 
Best answer

दक्षिण घिखर के ऊपर हवा की गति बढ़ गई | थी। उस ऊँचाई पर तेज हवा के झोंके भुरभुरे बर्फ के कणों को चारों तरफ उद्धा रहे थे जिससे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। उन्होंने देखा कि थोड़ी दूर तक कोई ऊँची चढाई नहीं है। ढलान एकदम साधी नीची चली गई है। उनकी साँसे एकदम रुक सी गई थीं। उन्हें लगा था कि सफलता बहुत नज़दीक है। 23 मई 1984 के दिन दोपहर के 1 बजकर 7 मिनट पर वें एवरेस्ट की चोटी पर खड़ी थी।”

...