यशोदा ऋण के क्रोध को कैसे शांत करती है?
यशोदा ऋण के समझाती है कि बलराम तो जन्म से ही चुगलकोर है। तुम चिंत मत करो। और गोधन पर कसम खाकर कहती है कि वही अपना पुत्र है। यह सुनाते हुए यशोदा ने कृष्ण के क्रोध को शांत करती है।