कर्नाटक की शिल्पकला अनोखी है। बादामी, ऐहोले, पट्टाकल्नु में जो मंदिर है, उनकी शिल्पकला और वास्तुकला अदभुत है। बेलूरू, हलेबीड, सोमनाथपुर के मंदिरों में पत्थर की सजिवमूर्तियाँ है। ये हमें रामायण और महाभारत की कहानियाँ सुनाती है। गोमेटेश्वर की 57 फुट ऊची एकशिला प्रतिमा शांति और त्याग का संदेश दे रही है। विजापुर का गोल – गुंबज वास्तुकला का अद्भुत नमूना है। मैसूर का राजमहल कर्नाटक के वैभव का प्रतीक है। प्राचीन सेंट फिलोमिना चर्च, जगानमोहन राजमहल का पुरातत्व वस्तु संग्रहालय अत्यंत आकार्षणीय है।