मन्नू भण्डारी का जन्म मध्य प्रदेश के भानपुरा नामक गाँव में हुआ। उनका बचपन अजमेर के ब्रह्मपुरी मोहल्ले के दो मंजिला मकान में गुजरा। वे अपने पाँच भाई-बहनों में सबसे छोटी थीं। उन्होंने बड़ी बहन सुशीला के साथ घर के बड़े से आँगन में बचपन के सारे खेल खेले – सतोलिया, लंगडी टाँग, पकड़म-पकड़ाई, काली-टीलो। उन्होंने गुड्डे-गुडियों के ब्याह रचाए और भाइयों के साथ गिल्ली-डंडा भी खेला। उनका रंग काला और बचपन में बहुत ही दुबली और मरियल भी थीं। गोरा रंग पिता की कमजोरी थी। इस काले रंग ने उनके भीतर हीन भावना पैदा कर दी जिससे नाम, सम्मान और प्रतिष्ठा पाने के बावजूद वे उबर नहीं पाईं।