पिता जी ने रसोई को ‘भटियारखाना’ क्यों कहा है?
पिता जी रसोई घर को भटियारखाना कहते थे। क्योंकि उनके हिसाब से वहाँ रहना अपनी क्षमता और प्रतिभा को भट्टी में झोंकना था। इसीलिए पिताजी का आग्रह रहता था कि मैं रसोई से दूर ही रहूँ।