दिनकरजी के अनुसार मानव का सही परिचय क्या है?
जो मनुष्य सभी मानवों से स्नेह का बाँध बाँधता है वही मानव कहलाता है । जो मानव दूसरे मानव से प्रेम का रिश्ता जोडकर आपस की दूरी को मिटाता है वही सही मानव है।