+3 votes
in Class 9 by kratos

खेलो-कूदो-स्वस्थ रहो कविता का सारांश लिखें।

1 Answer

+2 votes
by kratos
 
Best answer

खेलो-कूदो-स्वस्थ रहो पाठ का सारांश :

जीवन में स्वस्थ्य का महत्वपूर्ण स्थान है। कई लोग इस के लिए बहुत पैसे खर्च करते हैं। लेकिन बिना पैसे खर्च किए स्वास्थ्य को बनाये जा सकते हैं। खेलों की दुनिया में हमेशा आनंद और उल्लास का वातावरण रहता है। मनोरंजन भी मिलता है। कई तरह के खेल होते हैं। इसमें दो भेद हैं। एक शारीरिक और दुसरा मानसिक खेल ।

शारीरिक खेल में शारीरिक श्रम अधिक रहता है। उदाहरण के साथ कबड्डी, हॉकी, गुलीडंडा, क्रिकेट, कुस्ती, फुटबाल, बैडमिटन, तैरना, दौडना आदि खेल हैं। मानसिक खेल में मानसिक श्रम अधिक होता है। उदाहरण के लिए शतरंज, केरम, पासा आदि खेल।

खेलों को वैयक्तिक खेल और सामूहिक खेल के रूप में भी भेद किये जा सकते हैं। वैयक्तिक खोलों में तैरना, दौडना, एयरो-विक्स, तीर चलाना, बिलियर्ड्स, शूटिंग, नाव चलाना और छलांग लगाना आदि आते हैं। सामूहिक खेलों में वॉलिबाल, क्रिकेट, फुटबाल, कबड्डी, बैडमिटन आदि होते हैं। इसी प्रकार कबड्डी, क्रिकेट, हॉकी, वॉलिबॉल आदि मैदानी खेल है। और शतरंज, कोरम् पासा आदि घरेलू खेल है।

हमारे देश में राज्य और राष्ट- स्तर पर खिलाड़ियों को पुरस्कार दिये जाते हैं। इसके साथ धन भी दिया जाता है। पुरस्कार प्राप्त खिलाडियों को नौकरी भी जल्दी मिलती है। इतना ही नहीं इन्हें रेल, हवाईजहाज, आदि में सफर करने के लिए भी । विशेष रूप से रिजर्वेशन की सुविधा होती है। विद्यार्थी जीवन में खेल महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि छात्रों के लिए पढाई-लिखाई के साथ खेलना भी जरूरी है।

खेलों द्वारा बच्चों में धैर्य, साहस, परिश्रम, उमंग तथा परस्पर प्रेम सहयोग आदि गुण आते हैं। छात्र खेल, द्वारा जीवन का अनुभव पाते हैं। भारत देश में खेलों के विकास तथा उन्हें विश्वस्तर पर लाने में हमारे प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरुजी का प्रमुख पात्र रहा है। नेहरूजी बचपन में घुडसवारी करते थे। उन्हें अपने पिता से ही खेलने की प्रेरणा मिली थी। इसीसे उन्होंने खेलकूद की प्रगति पर विशेष ध्यान दिया।

इन्हीं से प्रेरित होकर भारत ने अंतर्राष्टीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लिया। नेहरूजी के सहयोग से 1951 में भारत में एशियार्ड खेलों का आयोजन किया गया। नेहरूजी के अनुसार खेल को खेल की भावना से ही खेलना चाहिए। खेल व्यायाम का एक अंग है।

इससे हम आरोग्यपूर्ण रह सकते हैं। इसलिए अच्छी सेहत के लिए खेलना आवश्यक है। खेल द्वारा हम नाम के साथ धन भी कमा सकते हैं। विद्यालयों में खेल-दिवस का आयोजन किया जाता है। जीतनेवाले बच्चों को पुरस्कार दिया जाता है। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन (मस्तिष्क) रहता है।

...