मेहनत करनेवाले मिलकर कदम बढ़ाते हैं तो क्या| क्या हो सकता है ?
हम मेहनत करनेवाले मिलकर कदम बढाते हैं तो सागर ने रास्ता छोडा है। परबत ने शीश झुकाया है। हमारे मजबूत इरादों से हमें मंजिल मिली है।