‘एक रहें सद्भाव रखें हम’ – इस पर आप क्या सोचते हैं?
एक रहने से एकता का मनोभाव बढ़ता हैं और एक-दूसरों से हम मिलकर एक रह सकते हैं। सद्भावनाओं से युक्त अपने देश, जाति और भाषा के प्रति अभिमान होते हैं।