तिम्मक्का दंपति किस प्रकार के धर्म-कार्य में लग गये ?
तिम्मक्का दंपतियों ने निश्चय किया कि अपने आप को किसी धर्म-कार्य में लगा लें । उनके गाँव के पास ही श्रीरंगस्वामी का मंदिर था, जहाँ हर साल मेला लगता था। वहाँ आनेवाले जानवरों के लिए पीने के पानी का इंतजाम किया।