कविता पढ़कर पूरा करो :
फिर गरमी की छुट्टी होगी,__
मेहनत से क्या डरना है,
थोडे दिन की बात और हैजमकर खूब पढ़ना चाहिए
फिर गरमी की छुट्टी होगी,होंगे मौज – मजे के दिन।
मेहनत से क्या डरना है,पढ़ना है जी पढ़ना है।
जीवन पथ पर बढ़ना हैपढ़ना है जी पढ़ना है।