रामन् ने विदेशों में भी अपनी भारतीय पहचान को अक्षुण्ण रखा। स्पष्ट कीजिए।
अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि के बाद भी रामन् ने अपने दक्षिण भारतीय पहनावे को नहीं छोड़ा। वे शुद्ध शाकाहारी थे और मदिरा से सख्त परहेज करते।